
unique marriage : दूल्हे ने अपनी तीन प्रेमिकाओं से अलग-अलग लिए फेरे, फिर भी शादी मान्य, जानिए पुरा मामला
आज हम आपको एक ऐसे शादी की स्टोरी बता रहे है जिसे सुनकर हम हैराण हो जाएगे। ऐसे आप अपने जीवन में हजारों शादियां देखी या सुनी होगी। लेकिनआज एक ऐसे अनोख शादी के बारे में बताने जा रहे है। जिसमें एक दूल्हा ने एक साथ तीन दुल्हनों की शादी किया है। आप यही सोच रहे है कि क्या ऐसा वास्तव में हो सकता है। बता ऐसा वकई हुआ है, ये कहानी है मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में यहां पर एक दूल्हे ने अपनी 3 प्रेमिकाओं के साथ सात फेरे लिए और वह भी तीन प्रेमिकाओं से हुए खुद के 6 बच्चों की उपस्थिति में , आप सोचे गे ये कैसे हुआ। रूकिए अभी इसका भी जवाब देते है। अब आगे पढ़िए ध्यान से।
वास्तव में शादी की इस तरह की पत्रिकाऐ आपने हजारों देखी होंगी लेकिन ऐसी शादी नहीं देखीं होगी। इस शादी में दूल्हे ने अपनी तीन प्रेमिकाओं के साथ एक साथ शादी की, वहीं इस शादी में दूल्हे से उसके प्रेमिकाओं से हुए बच्चे भी शामिल हुए।इस शादी से दूल्हा और उनके बच्चे काफी खुश हैं। इस शादी को लेकर दूल्हे का बताया कि वह 15 साल पहले वह गरीब थे इसलिए शादी नहीं की। अब वह आदिवासी रीति-रिवाज के साथ शादी कर रहें हैं।शुभ कार्यों में प्रवेश सुनिश्चित हो सकें। भिलाला समुदाय में लीव इन में रहने की छूट वास्तव में दोस्तों भिलाला समुदाय में लीव इन में रहने की छूट रहता है। आपको बता दें कि आदिवासी भिलाला समुदाय में लीव में इन में रहने और बच्चे करने की छूट हैय लेकिन जब तक प्रेमी-प्रेमिका शादी नहीं कर नहीं लेते है तब तक वह किसी भी मांगलिक काम में शामिल नहीं हो सकते हैं। इसलिए अब दूल्हे ने अपनी तीनों प्रेमिका के साथ शादी कर लीं हैं।अब दूल्हे और तीनों दूल्हनियों को अब मांगलिक कार्यों में शामिल होने परमिशन होगी। भारतीय सविधान विवाह वैध भारतीय कानून में ये शादी वैध आप सोच रहें होंगे कि क्या एक दूल्हे का अपनी तीन प्रेमिका के साथ शादी करना भारतीय कानून के तहत वैध है। आपको बता चले कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 342 के अनुसार आदिवासी रीति-रिवाज और विशिष्ट सामाजिक परंपराओं को संरक्षण मिला हुआ है। जिसके चलते इस अनुच्छेद के अनुसार समरथ मोर्या यानि दूल्हा की एक साथ तीन दुल्हनों के साथ शादी गैर कानूनी नहीं माना जाएगा। यानी संवैधानिक रूप से ये विवाद उचित है।