Russia Ukraine War live Updates: रूस-यूक्रेन सीमा पर घटनाक्रम आज बहुत तेजी से बदल रहे हैं। यूक्रेन में रूस ने सैन्य कार्रवाई की शुरुआत कर दी है। आज सुबह ही पुतिन ने युद्ध का ऐलान किया था। अब यूक्रेन और रूस की तरफ से अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। आज हम आपको इस विवाद की असल वजह भी बताए गे। लेकिन उस पहले हम आपको बताते है। कि दोनो देशों तरफ क्या दावे किए जा रहे हैं। रूस का कहना है कि वह सिर्फ यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहा है। वहीं यूक्रेन का दावा है कि आम लोग भी मारे जा रहे है। इसके अलावा यूक्रेन ने एक ओर बड़ा दावा किया है कि मारे 50 रूसी सैनिक मारे गये।
हमले शुरूआत कैसे हुई ?
हमले की शुरुआत यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में धमाके से हुई। फिलहाल यूक्रेन मे दूसरे देशों के साथ-साथ पीएम मोदी से भी मदद मांगी है। वहीं अमेरिका ने रूस को चेताया है। चीन ने मामले को शांति से सुलझाने की गुजारिश की है।
Un का पक्ष ?
UN में रूस ने हमले पर अपना पक्ष भी रखा है. इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा घोषित विशेष अभियान यूक्रेन के लोगों की रक्षा के लिए हैं, जो वर्षों से पीड़ित हैं। हमारा लक्ष्य यूक्रेन को कत्लेआम से मुक्त करना है। un बस अपना बयान जारी कर रहा है। जबकि ये युद्ध UN के नाकामी का सबसे बड़ा उदाहरण है। असल में UNSC कभी भी निष्पक्ष नहीं रहा है। वो हमेशा उन्ही साथ देता है जो UN ज्यादा पैसा दे सके यानी UNSC स्वतंत्र नहीं रहा है वो हमेशा से ही अमीर देशो के जेब में रहा है।संयुक्त राष्ट्र का मुख्य उद्देश्य क्या था।
संयुक्त राष्ट्र का मुख्य उद्देश्य ?
संयुक्त राष्ट्र का मुख्य उद्देश्य विश्व में युद्ध रोकना, मानव अधिकारों की रक्षा करना, अंतरराष्ट्रीय कानून को निभाने की प्रक्रिया जुटाना, सामाजिक और आर्थिक विकास उभारना, जीवन स्तर सुधारना और बीमारियों से लड़ना है। जबकि unsc उद्देश्य का कभी पालन नहीं किया है। वो केवल अमीर देशो संगठन बन रह गया है।
अब जानते हैं रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध परिस्थिती क्यों बनी इस विवाद की असल जड़ क्या है। यूक्रेन के नोटो के साथ जुड़ना चाहता है , यही विवाद का मुख्य जड़ है। फिर सोचे गे कि यूक्रेन स्वतंत्रत देश है वो किसके रहेंगा उसका फैसला स्वयं करेगा इसमें रूस को क्या दिक्कत हो रहा है। और रूस क्यों नहीं चाहता कि यूक्रेन नाटो देशों में शामिल हो ?
Vladimir putin russia ukraine war
Russia and Ukraine update today
रूस क्यों नहीं चाहता कि यूक्रेन नाटो देशों में शामिल हो ?
रूसी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन ने एक बार कहा था कि यूक्रेन को खोना रूस के लिए एक शरीर से अपना सिर काट देने जैसा होगा. यही वजह है कि रूस नाटी में यूक्रेन के प्रवेश का विरोध कर रहा है यूक्रेन रूस की पश्चिमी सीमा पर स्थित है, जब 1939 से 1945 तक चले द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान रूस पर हमला किया गया तो यूक्रेन एकमात्र ऐसा क्षेत्र था जहां से रूस ने अपनी सीमा की रक्षा की थी. अब अगर यूक्रेन नाटो देशों के साथ चला गया तो रूस की राजधानी मास्को, पश्चिम से सिर्फ 640 किलोमीटर दूर होगी। फिलहाल यह दूरी करीब 1600 किलोमीटर है।
यूक्रेन नाटो में क्यों शामिल होना चाहता है?
यूक्रेन के नाटो देश में शामिल होने की वजह 100 साल पुरानी है, जब अलग देश का अस्तित्व भी नहीं था। 1917 से पहले रूस और यूक्रेन रूसी साम्राज्य का हिस्सा थे। 1917 में रूसी क्रांति के बाद यह साम्राज्य बिखर गया और युक्रेन ने खुद को एक स्वतंत्र देश घोषित कर दिया. हालांकि यूक्रेन मुश्किल से तीन साल तक स्वतंत्र रहा और 1920 में यह सोवियत संघ में शामिल हो गया. यूक्रेन के लोग हमेशा से खुद को स्वतंत्र देश मानते रहे है।
Ukraine military news today
Russia Ukraine conflict latest
Russian-Ukraine war


नाटो क्या जाने
NATO
नाटो एक सैन्य समूह है जिसमें अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और फ्रांस जैसे 30 देश शामिल हैं।अब रूस के सामने चुनौती यह है कि उसके कुछ पड़ोसी देश पहले ही नाटो में शामिल हो चुके हैं।नाटो के किसी सदस्य देश पर हमला होता है तो उसे नोटो के देश के सभी 30 देश इसे अपने खिलाफ हमला मानेंगे, इसी बात से रूस डर गया क्योंकि अगर यूक्रेन नाटो सदस्य बन जाएगा तो भविष्य में यूकेन हमला करता है तो समझौते के तहत इस समूह के सभी 30 देश इसे अपने खिलाफ हमला मानेंगे और यूक्रेन की सैन्य सहायता भी करेंगे।
इस समझ चुके है कि दोनो के बीच विवाद की असल जड़ क्या है। हमारा विश्लेषण आपको कैसा लगा टिपण्णी कामेंट करे।