भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस (cds)जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश के बाद बुरी तरह घायल हो गए। न्यूज एजेंजी ANI रिपोर्ट्स के अनुसार 14 लोग हेलीकॉप्टर में सवार थे जिसमें 13 मृत्यु हो गई| जिसमें जनरल रावत के पत्नी भी शामिल है । कुछ मिडिया रिपोर्ट्स के माने तो जनरल रावत को लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है। CDS (Chief of Defence Staff) हैं, जिन्हें जनवरी 2020 में नियुक्त किया गया था। ऐसे में यहां जानें आखिर कैसे बनते हैं CDS अधिकारी। और भारत में क्यों पड़ी इस पद की अवश्यकता पड़ी।और भारत के अलावा कितने देशों में यह पद है?
What are CDS officers?
किसी देश की जल, थल व वायु सेना के बीच समन्वय कॉर्डिनेशन बनाने के लिए एक पद बनाया गया। इस पद पर मौजूद अधिकारी तीनों ही सेना के प्रमुखों से बॉर्डर व इससे संबंधित गतिविधियों पर चर्चा करते हैं व एक स्थिर कॉर्डिनेशन स्थापित करते हैं। भारत में पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2019 को इस पद की घोषणा की थी। 31 जनवरी 2020 को देश के सबसे सीनियर मिलिट्री कमांडर जनरल बिपिन रावत ने देश के पहले CDS अधिकारी का पद ग्रहण किया था।
क्या होती हैं जिम्मेदारियां?
तीनों सेनाओं के बीच कॉर्डिनेशन बना के रखते हैं। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) इसके चीफ होंगे।
चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के स्थायी अध्यक्ष होंगे। सेना के ओपरेशंस के बीच बेहतर कॉर्डिंनेशन और उनके लिए आर्थिक व्यवस्थाएं करेंगे।
तीनों सेनाओं से संबंधित मुद्दों पर रक्षा मंत्री के प्रिसिंपल मिलिट्री एडवाइजर भी होंगे।
अन्य सेना प्रमुखों की तरह CDS भी चार स्टार वाले अधिकारी ही रहेंगे।
नहीं दे पाएंगे कमांड
CDS तीनों सेना के प्रशासनिक मुद्दों पर निर्णय लेंगे, लेकिन कोई मिलिट्री कमांड नहीं दे सकेंगे।
CDS का पद संभालने वाले अधिकारी उसके बाद कोई भी सरकारी नौकरी नहीं कर पाएगे।
कैसे बनते हैं CDS अधिकारी?
सेना में इस पद का निर्माण 2019 में ही हुआ, इस पद पर अधिकारी का कार्यकाल 3 साल का होता है। 2020 में सेना के सबसे सीनियर अधिकारी होने के कारण जनरल बिपिन रावत को CDS नियुक्त किया गया। इसी तरह तीनों सेना प्रमुखों में सबसे सीनियर अधिकारी को CDS बनाया जाता है।
आपको बताते चले कि CDS बिपिन रावत कार्यकाल अभी भी दो साल बचा हुआ। उनका कार्यकाल 31 DEC 2022 तक होगा ।