Bihar politics update : इस समय बिहार के राजनीति (Bihar politics) से बड़ी अपडेट आ रही है। जदयू (JDU ) अब केन्दीय कैबिनेट हिस्सा नहीं रहेंगा। हमारे पास जदयू सुत्रो के हवाले से मिली जानकारी अनुसार RCP Singh का राज्यसभा टिकट काट दिया गया है।

जाने नितीश कुमार क्यों नाराज आरसीपी सिंह

ललन सिंह और नितीश कुमार के पिछले साल साल ही आरसीपी सिंह नाराजग चल रहे थे। इसका बड़ी वजह था कि नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ और जेडीयू के सरकार में शामिल होने की बात आई तो नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ इसे लेकर बातचीत की जिम्मेदारी आरसीपी सिंह को ही सौंपी थी। तब नीतीश कुमार ने दो कैबिनेट और दो राज्यमंत्री का पद जेडीयू के लिए चाहते थे। तब जेडीयू के अध्यक्ष रहे आरसीपी सिंह ने केंद्र में केवल एक कैबिनेट मंत्री के बीजेपी के ऑफर पर डील फाइनल कर दी और खुद मंत्री बन गए। बताया जाता है कि आरसीपी सिंह इस कदम से नितिश कुमार बहुत नाराज हुए।
Bihar politics update
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जदयू रहकर भाजपा के लिए काम करते RCP
आरसीपी सिंह के बारे कहा जाता है कि वो जदयू रहकर भाजपा के लिए काम करते थे। कई लोग ये मानते थे कि आरसीपी सिंह केवल सत्ता से मतलब है।
राजनीति जानकार बताते हैं कि आरसीपी का हालिया बयान पर नजर डाले तो आपको भी लगेगा आरसीपी पार्टी लाइन से इतर चल रहे हैं। हाल ही में एक कार्यक्रम में आरसीपी ने जो बयान दिया था, उससे न तो पार्टी इत्तेफाक रखती है, न ही नीतीश कुमार। वास्तव में 19 मई को एक सेमिनार में ‘परिवारवाद और उसके राजनीतिक परिणाम’ आरसीपी ने जो बयान दिया था, उसी से साफ हो गया था कि अब वे बीजेपी की तरफ से बैटिंग करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। आरसीपी ने परिवारवाद पर बोलते हुए भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और उनके परिवार पर जमकर हमला। आरसीपी ने यहां तक कह दिया कि देश की राजनीति में परिवारवाद की नींव नेहरू के काल में ही पड़ गई थी। यानी इस साफ संदेश मिलता है कि ये विचारधारा जदयू का नहीं हो सकता है।
पहले नितीश के करीबी और अब भाजपा के
वर्तमान में RCP Singh भाजपा के काफी करीब है। संभवना ऐसा जताया जा रहा है कि जदयू से वो राज्यसभा टिकट नहीं मिलता है तो वो भाजपा शामिल हो सकते है। लेकिन RCP Singh अकेले जदयू नहीं छोड़े गे बल्कि कि उनके साथ 15 विधायक और सांसद भी छोड़ेगे। यानी जदयू में बड़ा बगावत होने वाला है। वही RCP Singh अपने ट्विटर आईडी से जदयू का नाम हटा लिया है। खबरे ऐसी आरसीपी सिंह ये मालूम चल गया है। कि जदयू इस बार उन्होंने राज्यसभा टिकट नहीं देगा ।
कौन है आरसीपी सिंह और एक समय नितीश के सबसे करीबी थे
आईए जानते आरसीपी सिंह के बारे में पेशे से पुर्व IAS अधिकारी रह चुके है। बताया जाता है कि नितीश कुमार (NitishKumar) से प्रभावित होकर IAS अधिकारी नौकरी से वीआरएस ले लिया और नीतीश के साथ राजनीति करने लगे। एक वो दौर था जबnआरसीपी सिंह नीतीश कुमार के आंख और कान बन गए थे।शासन-प्रशासन के कामकाज के साथ-साथ वे जेडीयू में भी अहम होते चले गए। जेडीयू में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार ने आरसीपी को कई अहम जिम्मेदारी सौंपी। राज्यसभा भेजने के अलावा पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष तक बना दिया।