india and china border news: अभी-अभी आई बड़ी भारतीय सैनिको से डरकर चीनी सेना अपने कदम किए पिछे.. दिखा मोदी का 56 इंच का सीना का दम...
नमस्कार दोस्तों भारतीय सेना से डरकर चीन पिछे हटा है , बताए जाता है कि कमांडर स्तर की बातचीत में 30 जून को बनी सहमति के मुताबिक चीनी सैनिक पीछे हटे या नहीं, इसको लेकर रविवार को एक सर्वे किया गया।
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वैसे हम सभी मालूम ही था Xi Jinping के डरपोक सैनिक ज्यादा दिन भारत का सामना नही कर पाए गे।
सुत्रो के माने चीनी आर्मी गलवान घाटी भारतीय सैनिको रौद्र रूप देख ही डर गये थे। आपको बता दे कि 15-16 जुन रात चीनी आर्मी ने धोखे से हमला कर दिया था। जिसका बदला भारतीय सैनिको ने उसी रात को ही ले लिया था। सुत्रो के माने उस रात भारत के वीरो ने 56 से भी ज्यादा चीनी सैनिको मार गिराया था।
कितना पिछे हटा ड्रैगन
द हिन्दू' की एक रिपोर्ट के अनुसार चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को हुई हिंसा वाली जगह से 2 किलोमीटर पीछे हट गए हैं। वही zee news की खबर माने तो लद्दाख में चीन के सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। गलवान से चीन के सैनिकों की गाड़ियां, बख्तरबंद गाड़ियां वापस जा रही हैं। चीन के सैनिक PLA 14 से टेंट हटाते दिखे, चीन के सैनिक गलवान, हॉटस्परिंग और गोगरा में वापस जाते दिखे।
30 जून को करीब 10 घंटे तक कोर कमांडर स्तर की बातचीत
आपको बता दे कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच 30 जून को करीब 10 घंटे तक कोर कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी।इस बातचीत का उद्देश्य पूर्वी लद्दाख के टकराव वाले क्षेत्रों से सैनिकों को पीछे करने के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देना था।
ड्रैगन के चालाकी
लेकिन जानकारों का मानना है कि पिछले कुछ दिनों से मौसम भी चुनौती बना हुआ है और गलवान नदी भी उफान पर है। इसलिए अभी यह साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता कि चीनी सैनिक बातचीत में बनी सहमति के आधार पर ही पीछे गए हैं या फिर मौसम की चुनौती की वजह से। क्योंकि कल ही कुछ खबर आई थी कि चीन ने जिस नदी की धारा को बदलने का प्रयास किया था, उसकी वजह से वहां पर बाढ़ के हालात बन गए और पानी चीनी टैंटों में जा घुसा था। कुछ जानकारों मानते है कि इस समय भी भारतीय सेना हर पल सावधान रहना चाहिए क्योंकि ड्रैगन भरोसे के लायक नही है।
लेकिन जानकारों का मानना है कि पिछले कुछ दिनों से मौसम भी चुनौती बना हुआ है और गलवान नदी भी उफान पर है। इसलिए अभी यह साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता कि चीनी सैनिक बातचीत में बनी सहमति के आधार पर ही पीछे गए हैं या फिर मौसम की चुनौती की वजह से। क्योंकि कल ही कुछ खबर आई थी कि चीन ने जिस नदी की धारा को बदलने का प्रयास किया था, उसकी वजह से वहां पर बाढ़ के हालात बन गए और पानी चीनी टैंटों में जा घुसा था। कुछ जानकारों मानते है कि इस समय भी भारतीय सेना हर पल सावधान रहना चाहिए क्योंकि ड्रैगन भरोसे के लायक नही है।
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