covid 19 india: corona kal से आरंभ होगी नए युग , परिवर्तन होगे राजनिति में , प्रवासी श्रेमिको घर वापसी ग्रामीण क्षेत्रो उन्नति समृद्धि मार्ग और बढ़ेगी...
covid 19 कोरोना वैक्सीन के कई देशो में परीक्षण हो रहा किंतु इस आर्टिकल में हमारा मुद्दा है कि कैसे कोरोना काल (corona kal) परिवर्तन युग साबित होगा चलिए दोस्तों जानते विस्तार से।
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Shashiblog.in |
कोरोना काल ना जाने कितने सबक सिखा चुका , हमे और हमारे व्यवस्था चीजे बदलने मजबुर कर दिया , किसी ने कभी सोचा नही होगा भारतीय रेल कभी बंद हो सकती है , यकीनन किसी सोचा नही किंतु वो भी हुआ है। अबतक प्रवासी मजदूर सिर्फ त्योहारों के मौके पर अपने गांव आए करते थे, किंतु अब कोरोना सबकुछ बदल चुका है। ऐसी भीषण (Horrific) परिस्थिती बन गई श्रेमिक पलायन करके गाँव वापस आए ।
राज्य सरकार नई नीति
गाँव पर किसी शायर क्या खुब लिखा है कि- सुना है उसने खरीद लिया है करोड़ों का घर शहर में मगर आंगन दिखाने आज भी वो बच्चों को गांव लाता है।
प्रवासी श्रेमिको घर वापसी हमारे गांव गुलजार होंगे और संभव है यह घर-वापसी ग्रामीण आर्थिक उन्नयन में योगदान करे तथा शहरीकरण की प्रवृत्ति पर विराम लग जाए शायद ऐसा सोचना गलत हो सकता है, क्योंकि वास्तव ऐसी परिस्थिती तभी आ पाएगी जब बिहार, युपी, मध्यप्रदेश उद्योग लगाए जाए investor निवेश करे ग्रामीण क्षेत्रो के विकास होगा और उन्नति समृद्धि मार्ग आगे बढ़ेगी।
ग्रामीण क्षेत्रो विकास उन्नति शहरी क्षेत्रो श्रेमिको कमी हो सकती है
कुछ जानकार ऐसा मानते है कि ग्रामीण क्षेत्र इंडस्ट्री लगने शहरी क्षेत्रो में श्रेमिको कमी हो सकती है सीधा अर्थ कि लॉकडाउन उपरांत सरकार आर्थिक गतिविधी आरंभ करने में काफी परेशानी सामना करना पड़ेगा वही दुसरे तरफ गाँव लोटे हुए श्रेमिक शहरी क्षेत्रो वर्तमान परिस्थिती जाना नही चाहे गे , कई राज्यो मुख्यमंत्री ने श्रेमिको से कहा अपने राज्य में हि रहिए अपने राज्य विकास योगदान दे इसका अर्थ कोरोना काल परिवर्तन युग के तोड़ पर गिना जा जाएगा। और शहरी क्षेत्रो श्रेमिक कमी होगी इसके उपरांत जो श्रेमिको शहर आएगे वो भी अपने शर्त रखेगे। जिस वजह से इंडस्ट्री मालिको अधिक सुविधा देने के लिए माना होगा , जैसे कि रहने के लिए घर की मांग , मेडिकल सुविधा, ज्यादा पैसा मांग करेगे जब श्रेमिको कमी होगी मालिको ये शर्त माने भी होगे शहरी क्षेत्रो श्रेमिक कमी होगी फिर इसके बाद इंडस्ट्री मालिको के पास कोई विकल्प भी नही बचेगे और श्रेमिक शर्तो माने पड़ेगे ही।क्योंकि कोई श्रेमिक फिर से ऐसी हालात सामना नही करना चाहेेगा। जिस उन्हे फिर से घर पैदल चल आना पड़े और इतनी सारी परेशानी उठाने पड़े।
कोरोना काल (corona kal) भारतीय राजनिति कई परिवर्तन देखने मिलेगे
कोरोना काल (corona kal) भारतीय राजनिति के नए युग आरंभ होगी जैसे कि चुनाव जातिवाद राजनिति कही अंत ना हो जाए। हम ऐसा भी नही कहेगे पुरी तरह से जातिवाद राजनिति समाप्त हो जाएगा। किंतु कोरोना काल उपरांत जनता राजनिति दलो यही चाहेगी अच्छे अस्पताल सुविधा मिले जिस लोगो इस तरह से किसी विषाणू (Virus) से फिर कभी ऐसी स्थिती सामना ना करना पड़े। राजनिति दलो के घोषणा पत्र अब ये होगी हर संसदीय क्षेत्र बेहतर अस्पताल सुविधा होगा, और इस वायरस सबक लेते हुए सरकारे Health बजट बढ़ा सकती है जिस से आने वाले महामरी से लड़ सके भारत सरकार को GDP में कुल हिस्सो में Health के बजट पर 5 से 10 प्रतिशत तक बढ़ाने पड़ सकते है।
प्रवासी श्रेमिको सहायता के लिए सरकार ने ना जाति और ना धर्म देखा
प्रवासी मजदूरों की सहायता करने में सरकारों और राजनीतिक पार्टी ने जाति-धर्म नहीं देखा। ऐसा नहीं कि भारतीय राजनीति में जातीयता खत्म हो जाएगी, किंतु उसमें वर्ग-राजनीति की एक समानांतर धारा भी चल पड़ेगी जो भविष्य में उन संभावनाओं को उत्पत्ति दे सकती है जिसके उपरांत जातिवाद की राजनिति समाप्त हो जाएगी।
राजनिति पार्टी के चुनावी रैली देखेगी परिवर्तन
कोरोना काल चुनावी गतिविधि एक बड़े परिवर्तन देखने मिलेगी जैसा कि ई-गवर्नेंस (E-governance) तर्ज पर ही ई-पॉलिटिक्स (E-Politics) देखने मिलेगी अब राजनिति Social distance वजह से चुनावी सभाएं, रैलियां, प्रदर्शन और दैनिक मेल जोल शायद संभव हो इसके बजाय आपको आने वाले समय देखने मिले बड़े मैदान और फील्ड की स्थान वर्चुअल-प्लेटफॉम्र्स ले सकते हैं। भविष्य में चुनाव प्रचार का आधार टीवी और सोशल मीडिया के प्लेटफॉम्र्स अधिक होंगे। जो राजनीतिक दल इसके प्रयोग में सिद्धहस्त होंगे सत्ता पर उनकी पकड़ उतनी ही मजबुत होगी और सत्ता वही पार्टी मिलेगी। जिसकी डिजीटल प्रचार सबसे सटीक रहेगा वही पार्टी सफलता हासिल कर पाएगी।
कोरोना काल परिवर्तन युग साबित होगा
कोरोना काल में परिवर्तन के युग गुजेगी जिसका साफ शब्दो कोरोना काल अर्थ समझा जाए इसका अर्थ यही दुनिया मानवता के रक्षा के लिए परिवर्तन करने पड़े और नए युग प्रवेश करने पड़ेगे।
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