इनदिनो देश के राजनीति का माहौल गर्म है वो भी बिना किसी चुनाव के। लोग अक्सर कहते थे कि चुनाव है तो तनाव होगा। लेकिन इस बार चुनाव भी नहीं है। फिर भी देश के राजनीति माहौल गर्म है। हाल में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे अल्टीमेटम दिया है कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दिए जाएं। लेकिन राज ठाकरे के इस अल्टीमेटम असर महाराष्ट्र में कुछ नहीं हुई किंतु युपी में योगी सरकार मंदिर मस्जिद समेत सभी धार्मिक स्थल के लाउडस्पीकर हटा दिया। किंतु महाराष्ट्र में CM उद्धव ठाकरे जो कि राज ठाकरे के ही भाई उन्होंने राज ठाकरे कोई महत्व नहीं दिया ।
किंतु राज ठाकरे भी कहा हारने वाले है उन्होंने भी आज एक बार फिर से अपने अंदाज में कह दिया कि वह 4 मई से किसी की भी नहीं सुनेंगे। उन्होंने कहा कि वह अपने अल्टीमेटम पर अडिग हैं कि 3 मई तक सभी लाउडस्पीकर मस्जिदों से हटा दिए जाएं। इसके अलावा राज ठाकरे ने कहा लाउडस्पीकर का मुद्दा कोई नया मुद्दा नहीं है और न ही कोई धार्मिक मुद्दा है। यानी महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर का विवाद खत्म होते नहीं दिख रहा है। राज ठाकरे के बातो से यही नजर आ रहा है। खैर आपको बता दे कि कुछ लोगो ऐसा भी मानना है कि ये सब BMC के चुनाव और महाराष्ट्र राजनीति में हिन्दूत्व के सबसे बड़े चेहेरे बने की लड़ाई है। आपको ये भी बता दे कि राज ठाकरे ने आगे कहा कि अगर वे (मुसलमान) अच्छे से नहीं समझते हैं, तो हम उन्हें महाराष्ट्र की ताकत दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर का शोर धार्मिक, नहीं बल्कि सामाजिक मुद्दा है। ठाकरे ने कहा कि सभी लाउडस्पीकर (मस्जिदों के ऊपर) अवैध हैं। उन्होंने पूछा कि क्या यह एक संगीत कार्यक्रम है जिसमें इतने लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जा रहा है?
मनसे प्रमुख ने औरंगबाद में हिंदुओं की संभा को संबोधित करते हुए कहा कि यदि लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो हनुमान चालीसा दोगुने आवाज से बचाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाया जा सकता है। तो महाराष्ट्र में क्यों नहीं। राज ठाकरे ने गुड़ी पड़वा पर अपने संबोधन में इस विवाद को हवा दे दी। जहां उन्होंने कहा कि अगर मस्जिदों के लाउडस्पीकर नहीं हटाते हैं तो उनके कार्यकर्ता हनुमान चालीसा का पाठ बजाएंगे।